इन्वेंटरी का मूल्यांकन (Valuation of Inventory )

इन्वेंटरी का मूल्यांकन

 

  1. परिचय :-
  • आमतौर पर Inventory को किसी वस्तु या सामान का स्टॉप कहा जाता है जिसे कम्पनी उत्पादन कार्य के लिए अपने स्पलायर सेखरीदती है
  • कच्चा माल वह माल होता है तैयार माल यानि अंतिम उत्पाद को बनाने में प्रयुक्त होता है |
  • प्रत्यक्ष माल के अलावा कुछ ऐसा सामान नही कम्पनी में इस्तेमाल होता है जो उत्पादन करने में सहायक के रूप में कम आता है |

 

  1. इन्वेंटरी :-

विनिर्माण संस्थान में एक विभाग इन्वेंटरी प्रबंधन भी होता है जिसका कम माल कि गुणवता और माल के स्टॉप प्र नियंत्रण करना होता है |

 

इन्वेंटरी प्राप्त करने कि विधि

संगठन में स्टॉप का मुल्यांकन बहुत आवश्यक होता है क्योंकि यह Profit and Loss Account और Balance Sheet बनाने केलिए जरुरी होता है |

 

लेखांकन प्रणाली में इन्वेंटरी प्रबंधन और इन्वेंटरी कंट्रोल

                                                           

इन्वेंटरी कि आवधिक प्रणाली

प्रारंभिक स्टॉप + माल कि खरीद क्लोजिंग इन्वेंटरी (अवधि के आखिरी दिन स्टॉप ) = माल जो अवधि में प्रयोग किया गया है |

 

इन्वेंटरी कि सतत प्रणाली

Perpetual Inventory System में प्रत्येक Material (सामग्री ) का एक Inventory Account बनाया जाता है और उसमे सर्वप्रथम वर्ष के प्रारम्भ का Stock लेते है |

 

 

  1. विसंगति का समायोजन :-
  • Inventory Management के अंतर्गत भौतिक रूप से माल कि गिनती कि जाति है और भौतिक रूप में उपलब्ध माल कि मात्रा को Inventory Account मिलान किया जाता है |
  • यदि किसी सामाग्री कि मात्रा इन्वेंटरी अकाउंट में कम और भौतिक रूप में ज्यादा होती है तो इस प्रकार कि असामनता को वृध्दी कहा जाता है
  • इसी प्रकार यदि सामाग्री कि मात्रा Inventory Account में ज्यादा और भौतिक रूप में कम होती है इस प्रकार कि असमानता कि कमी कहा जाता है |

 

  1. माल के मुल्यांकन कि विधियां :-

जब सामाग्री किसी सप्लायर से क्रय कि जाती है तो संस्थान में MRN बनाया जाता है इसमें क्रय कि गई quantity के साथ उसका मूल्य भी आता है इसी से Inventory Account में औसत मूल्य निकाला जाता है |

 

फर्स्ट – इन फर्स्ट आउट

  • FIFO प्रणाली एक सार्वजनिक रूप से स्वीकार कि गई विधि FIFO प्रणाली Inventory के प्राकृतिक   प्रवाह का अनुसरण करती है
  • FIFO प्रणाली में बेचे गए सामानों कि लागत कि गणना कि करने के लिए सबसे पुरानी इन्वेंटरी कि लागत कि गणना  कि जाती है
  • FIFO  प्रणाली में Closing Inventory  मुल्यांकन सामान कि लागत के आधार पर  होता है

लास्ट – इन , फर्स्ट आउट

  • LIFO प्रणाली का इस्तेमाल Inventory मूल्यांकन के लिए किया जाता है |
  • भारत कि तुलना में इस प्रणाली का उपयोग विदेशो ने ज्यादा होता है |
  • इसे सामान को के  batch हिसाब से ख़रीदा जाता है |

 

औसत लागत प्रणाली

  • औसत लागत प्रणाली में प्रारंभिक स्टॉप में नई आपूर्ति को जोड़ा जाता है और नई औसत लागत निकाली जाती है
  • इस औसत लागत पर माल जारी होता रहता है
  • इस औसत लागत पर माल जारी करने कि प्रक्रिया होती रहती है

 

  1. सारांश :-
  • इस अध्याय में हमने इन्वेंटरी कि अवधारणा को विस्तार से जाना और समझा
  • इसके बाद हमने Inventory कि विभिन्न प्रणालियों जैसे – आवधिक इन्वेंटरी प्रणाली सतत इन्वेंटरी प्रणाली को जाना
  • हमने माल खरीदने पर Accounts Books में journal entry और साथ ही माल को उत्पादन के लिए जरी करने पर जर्नल प्रविष्टि देखी |

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